इस का गिला नहीं की दुआ बे-असर गई
इक आ़ह की थी वो भी कहीं जा के मर गई
ए हमनफ़स ना पूछ जवानी का माजरा
मौज-ए-नसीम थी, इधर आई उधर गई
मौज-ए-नसीम - wave of gentle breeze
दाम-ए-गम-हयात में उलझा गई उम्मीद
हम ये समझ रहे थे कि एहसान कर गई
दाम-ए-गम-ए-हयात- Net of sorrows of life
इस ज़िन्दगी से हमको ना दुनिया मिली ना दीन
तकदीर का मुशाहिदा करते गुज़र गई
दीन - Religion
मुशाहिदा - Inspection
बस इतना होश था मुझे रोज़-ए-विदा-ए-दोस्त
वी़राना था नज़र में जहां तक नजर गई
हर मौज आब-ए-सिंध हुई वक्फ-ए-पेच-ओ-ताब
"महरूम" जब वतन में हमारी खबर हुई
आब-ए-सिंध - Water of river sindh
वक्फ-ए-पेच-ओ-ताब - Extremely angry
त्रिलोक चंद महरूम
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