December 8, 2010

रोने ना दिया


इश्क में ग़ैरत--जज्बात ने रोने ना दिया
वरना क्या बात थी किस बात ने रोने ना दिया

आप कहते थे के रोने से ना बदलेंगे हालात
उम्र भर आप की इस बात ने रोने ना दिया

रोनेवालों से कह दो उन का भी रोना रोलें
जिन को मज़बूरी--हालात ने रोने ना दिया

तुझ से मिलकर हमें रोना था बहुत रोना था
तंगी--वक़्त--मुलाक़ात ने रोने ना दिया

एक दो रोज़ का सदमा हो तो रो लें 'फाकिर'
हम को हर रोज़ के सद़मात ने रोने ना दिया


सुदर्शन फाकिर




No comments: