शे़र और ग़जलें
January 3, 2013
गजल
आईनें हैं, चेहरों की खबर रखते हैं
चेहरे, दिल के रंगों का असर रखते हैं
किस पल सियाह से सुर्ख हो जायें
रंग तेरी आँखों पे नजर रखते हैं
सख्त हैं हाल गुलशन में मगर फिर भी
फूल वो हैं जो काँटों
में
गुज़र रखते हैं
रविन्द्र सिंह मान
1 comment:
http://blues-grandes-exponentes.blogspot.com.ar/
said...
Thanks!
August 8, 2015 at 5:04 AM
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1 comment:
Thanks!
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