शे़र और ग़जलें
August 8, 2011
प्रेम
प्रेम मेरा दूसरा वतन है
मेरा असली वतन
वह नहीं जिसपर मुझे गर्व है
बल्कि वह जो मुझे तकलीफ़ देता है
रोक डाल्टन
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